सुनसरीके बर्जु गाउँपालिका ५ शान्तिवनस्थित एभरेष्ट साईन्स सेन्टरमें चन्द्रमासँ आनलगेल मेयर बसाल्ट नामक पाथर प्रर्दशन कएलगेल अछि ।

अमेरीकी अन्तरीक्ष यान एपोलो १७ द्वारा आनलगेल उक्त पाथर पौने चार अर्ब बर्ष पुरान रहल बताओलगेल अछि । १७ मई बृहस्पतिदिन ओहिठाम आयोजित कार्यक्रमकबीच नाशाके बरिष्ठ बैज्ञानिक -यान जिग्लर अपनासंगे अमेरीकासँ आनल पाथर अनावरण कएलनि । नाशाके वैज्ञानिकसब पृथ्वीसँ ३ लाख ८४ हजार किलोमिटर दुर रहल चन्द्रमासँ उक्त पाथर लाएल छल ।

साईन्स सेन्टर ‘शान्तिवन सँ चन्द्रमा धरि–२’ शिर्षकमें चन्द्रमाके उक्त पाथर प्रर्दशन कएने अछि । साईन्स सेन्टर चन्द्रमाके पाथरक साथे डाईनोसोरके उत्पति आ विनाशके जीवन चक्र सेहो मुर्ति मार्फत प्रर्दशन कएने अछि । आबबला ६ महिना धरि साईन्स सेन्टरमें उक्त पाथर प्रर्दशनमें रहत बताओलगेल अछि ।

अमेरीकी अन्तरीक्ष यान एपोलो १७ चढिक चन्द्रमापर गेल अन्तरिक्षयात्री हैरिसन एच जैक स्मितद्वारा विक्रम सम्बत २०२९ साल अगहन २६ गते आनलगेल उक्त चट्टानके टुक्रा एभरेष्ट साईन्स सेन्टरमें प्रर्दशन कएलगेल अछि । ओहि समयमें अपोलो १७ यान सँ ८ किलो १ सौ १० ग्रामक चन्द्रमाके पाथर आनलगेलामें ओहिमें स तोडलगेल १ सौ २० ग्राम तौल रहल टुक्रा साईन्स सेन्दटरमें प्रर्दशन कएलगेल अछि ।

नाशा उक्त चट्टानके पृथ्वीके वातावरण आ मौसमसँ सुरक्षित रहएके हिसाबस पारदर्शी एक्रेलिक सुरक्षा कवच भितर रखने अछि । नाशाके बैज्ञानिकसब उक्त चट्टानके नाम मेयर बासल्ट नामाकरण कएने अछि । उक्त चट्टान ३ अर्ब ७५ करोड बर्ष स बेसी पुरान रहल नाशाके बरिष्ठ बैज्ञानिक -यान जिग्लर बतौने छथि । प्रर्दशनीस विशेष कक विद्यार्थीसब लाभान्वित होएत एभरेष्ट साईन्स सेन्टरके संचालक वैज्ञानिक दिलीप अधिकारी बतबैछथि ।

चट्टान लक नेपाल आएल वैज्ञानिक जिग्लर ३ दिन धरि एभरेष्ट साईन्स सेन्टरमें तथा तेकरबाद काठमाण्डौ सहित नेपालक विभिन्न शहरसबमें पहुँचक विज्ञानक विद्यार्थीसब बिच अन्तरिक्ष आ चन्द्रमा सम्बन्धि प्रस्तुतीकरण देवाक कार्यक्रम तय कएलगेल अछि ।  नेपालके पहिल विज्ञान केन्द्रकेरुपमें रहल एभरेष्ट साईन्स सेन्टरके विक्रमसम्बत २०५८ सालमें स्थापना भेल छल ।

अहिसँ पहिने २०७० सालमें सेहो साईन्स सेन्टर दु महिनाधरि सैह पाथर प्रदर्शन कएने छल ।

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