नवीन कर्ण
ऐतिहासिक पृष्ठभुमि रहल श्री राधाकृष्ण रथयात्रा अहिबेर अपन पचास बर्ष पुरा करहल अछि । ओहि अवसरमे अहिबेरक रथयात्रा स्वर्ण महोत्सवकेरुपमें मनएबाक तैयारी कएलगेल अछि । अहिबेरक स्वर्ण महोत्सव रथयात्राके महामहिम राष्ट्रपति विद्या देवी भण्डारीद्वारा उदघाटन करबाक कार्यक्रम तय भेल अछि । तहिना रथयात्रा सञ्चालन होबबला समयमें हेलिकम्परसँ नगरक्षेत्रमें पुष्पबृष्टि तथा रथक अग्रभागमे भगवान गणेशक प्रतीक हाथीके प्रमुख आर्कषणकेरुपमें राखलजेवाक निर्णय सेहो रथ आयोजक समिति कएने अछि ।
लगभग ५ लाख श्रद्धालु आ दर्शनार्थीके सहभागिता हेबाक अनुमान कएलगेल रथयात्रा सफलतापुर्वक सम्पन्न एवम ब्यवस्थापन करहेतु विभिन्न २० टा उपसमिति सेहो गठन कएलगेल अछि । पैगोडा शैलीमें निर्मित रहल रथके अहिबेर स्वर्णिम रंगस रंगलजाएत । रथके लम्वाई २२ फिट चौडाई १४ फिट आ उचाई १८ फिट रहल अछि । तथा रथमें प्रयोग कएलजाएबला डोरीके लम्वाई ७५ फिट रहल अछि । रथके मध्य भागमें युगलजोडी भगवान् श्रीराधाकृष्णके आरुढ कराक ७ गोटे पण्डितजी एवम प्राबिधिकसबहक टोली रथमे रहके ब्यवस्था कएलगेल अछि । रथके अग्रभागमे ३ किलोमिटर धरि विभिन्न जातजाति,सम्प्रदाय,धर्म एवम संस्कृति झल्कबला झाँकी एवम भजन मण्डली सबहक ताँती रहत । तहिना रथके अग्रभागमें रहल डोरी नियन्त्रण करबाकलेल पि.टी.ड्रेस पहिरहल १ सय महिला तथा पुरुष सुरक्षाकर्मी खटाएलजाएत ।
विक्रम सम्बत १९८८ सालमे विराटनगरस्थित पोखरियामें श्री राधाकृष्ण मन्दिरके स्थापना कालेस भगवान राधाकृष्णके डोला निकालके शुरुआत कएलगेल छल । ओहि समयमें श्रद्धालुसब भगवानके डोला कान्हपर लादिक नगर परिक्रमा करबैत छल । खटयात्रा कहल जाएबला उक्त डोला श्री कृष्ण जन्माष्टमीके दोसर दिन निकालल जाईत छल । कालान्तरमें बृ.ज.भुपालमान सिंह कार्की आ समाजसेवी सत्यनारायण धनावत खटयात्राके बदला आधुनिक चारि पहियाके रथ बनाक नगर परिक्रमाके प्रस्ताव रखलथि आ हुनके सबहक खर्च पर रथ निर्माणकक २०२५ सालस आधुनिक रथ सहित शोभायात्राके शुरुआत भेल ईतिहास अछि ।
देशभरिमें आयोजना कएलजाएबला विभिन्न रथयात्रा मध्य विराटनगरके श्री राधाकृष्ण रथयात्रा सर्वश्रेष्ठ रथयात्रा मानल जाईछ । ई रथयात्रा देखएलेल आ भगवान श्री राधाकृष्णके रथारुढ यूगल जोडीके दर्शन करएलेल देशक विभिन्न भागके साथे भारतसँ सेहो लाखौंलाख श्रद्धालु आ दर्शनार्थी विराटनगर अबैत अछि ।
शुरुआतके बर्षसबमें रथयात्रा सम्पन्न भेला पश्चात ओहि रथके मन्दिर सँ पूर्व दिस रहल धनावत विडी फैक्ट्री परिसरमें सुरक्षित राखलजाईत छल । कालान्तरमें धर्मानुरागी भुपालमान सिंह कार्की,सत्यनारायण धनावत आ मदनलाल तोदीके संयुक्त खर्चसँ धर्मशाला परिसरमें रथके बर्षभरि सुरक्षित राखएलेल ग्यारेजके निर्माण कक मन्दिर समितिके हस्तान्तरण कएलगेल छल ।