विराटनगर २९ मंसिर । मैथिली जगतके उदीयमान गायिका छथि सुनिता सरदार । कटहरी ७ तकियाके सुनिता २ बर्ष पहिने सांगितिक क्षेत्रमें प्रवेश कएने छलथि ।
ब्यवसायिक सांगितिक क्षेत्रमें प्रवेशके कमे समयमें कर्णप्रिय स्वरके धनी सुनिता मैथिलीके ३ दर्जनसँ बेसी गीतमें स्वर दचुकल छथि तथा भोजपुरी भाषाके ४ टा गीत सेहो गाबि चुकल छथि । २०७७ सालमें अपने लेखनके ‘चाँद मोन पडै चाँदनी के’ गीत मार्फत इ ब्यवसायिक सांगितिक क्षेत्रमें प्रवेश कएने छलथि ।
अहि गितमें विराटनगरके रंजन राउत आ हारुन रशिद संगित आ कम्पोज कएने छलथि । अपने नामक यूट्युब च्यानल मार्फत सुनिता ई गीत सार्वजनिक कएने छलथि । ४ महिना पहिने सुनिताके सेहो स्वर रहल नव गीत माँ म्यूजिक युट्युब च्यानल मार्फत सार्वजनिक भेल अछि । ‘हे गे रनिया’ बोलके अहि गीतमें सुनिता संगे सन्दिप सुमनके सेहो स्वर अछि । हुनक इ गीत हिट भेल अछि ।
बाबा सिंहेश्वर सरदार आ पिता सत्यनारायण सरदारके प्रेरणासँ सांगितिक क्षेत्रमें अपन प्रवेश भेल सुनिता बतौने छथि । सुनिताके पिता बाबा दुनू गोटे कटहरीमें चर्चित भजन–किर्तन गायक छथि । कमे उमरके रहैत कालसँ बाबाके संगे भजन किर्तन करैत अएलासँ अपनामें गायिका बनएके इच्छा जागृत भेल सुनिताके कहब अछि ।
गीत गाबिक एखनि जीविकोपार्जन करएके अवस्था नैरहल बतएनिहार सुनिता मिथिला आ मैथिली सांगितिक क्षेत्रमें नाम कमाएके उद्धेश्यसँ स्वयं अहिक्षेत्रमें लागल बतौने छथि ।
मैथिली अपन मातृभाषा रहल आ एकर सेवा केनाई अपन धर्म रहल ओ मैथिली अनलाइनके बतौने छथि ।