विराटनगर । भगवान चित्रगुप्त पुजामें प्रयोग कएलगेल कलम १ लाख ४० हजार मुल्यमें बिकाएल अछि ।
विराटनगर महानगरपालिकाके वडानम्बर २ तिनपैनीमें कात्तिक १० गते मैथिली विकास अभियानद्वारा आयोजन कएलगेल चित्रगुप्त पुजाके क्रममें भगवान चित्रगुप्तके हाथमें राखिक पुजा कएलगेल चाँदीके कलम १ लाख ४० हजार १ सौ १ रुपैयामें निलाम भेल अछि । डाक बढाबढके क्रममें विराटनगर २ तिनपैनीकें फूड टेक्नोलोजिष्ट संजय मल्लिक भगवानक हाथमें राखिक पुजा कएलगेल कलमके १ लाख ४० हजार बोली लगाक उक्त कलम प्राप्त कएने छथि ।
डाक बढाबढके क्रममें स्थानिय कल्पना दास,प्रजय कर्ण,रिया बर्मा आ नन्दन मल्लिक बीच रकम बढाबढके प्रतिस्पर्धा चलल छल । अन्तमें सबसँ बेसी बोली लगाक कलम प्राप्त करएमे सफल मल्लिकके विराटनगर महानगरपालिकाके निर्वतमान मेयर भीम पराजुली कलमके प्रमाणपत्र प्रदान कएलनि ।
यमद्वितिया अर्थात भाईटीकाके दिन कायस्थ समुदाय प्रत्येकबर्ष चित्रगुप्त पुजा आयोजन करैत आएल अछि । भगवान चित्रगुप्तके कलमके देताकेरुपमें सेहो पुजा कएलजाइत अछि । मनुक्खके पाप आ पुण्यके लेखाजोखा राएबला देवताके रुपमें पुजित ब्रह्मापुत्र चित्रगुप्तके कायस्थ समुदाय आदिपुरुष अर्थात अपन बंशपिताके रुपमें पुजापाठ करैत आएल अछि । कायस्थ समुदाय कलमके अपन जीवनयापनके मुख्य औजारके रुपमें प्रयोग आ पुजा करैत आएल अछि ।
भगवान चित्रगुप्तके हाथमें राखिक पुजा कएल कलम प्रसादके रुपमें मान्यता भेटलास उक्त कलम प्राप्त करएलेल कायस्थ समुदायबीच होडबाजी चलैत अछि । पुजाके दोसरदिन चित्रगुप्तके मुर्ति भसाओन पश्चात उक्त कलम प्राप्त करएलेल आकांक्षीसब बढैतगेलाके कारण निलामी प्रक्रियास कलम प्रदान करएके परिपाटि शुरु कएलगेल मैथिली विकास अभियानक अध्यक्ष पंकज बर्मा बतौनेछथि ।
कलमके निलामीस प्राप्त होबएबला रकम चित्रगुप्त मन्दिर निर्माणमें खर्च कएलजाएत ओ बतौनेछथि । बंशपिता चित्रगुप्तके हाथमें राखिक पुजा कएलगेल कलम प्राप्त क सकलापर फलिफाफ होबएके विश्वासक कारण कायस्थ समुदायभितर उक्त कलम प्राप्त करएलेल प्रतिस्पर्धा होइत आएल मैथिली विकास अभियानक कोषाध्यक्ष प्रवीण कर्ण बतौनेछथि ।
अहिसँ पहिने २०७८ सालमें पुजामें प्रयोग कएलगेल कलम स्थानिय नन्दन मल्लिक ४५ हजार ५ सौ ५ रुपैयामें आ २०७७ सालमें ईन्जीनियर अरबिन्द कर्ण १ लाख ६१ हजार ५ सौ ५१ रुपैया दक प्राप्त कएने छलथि । बर्षभरि कलम चलएनिहार कायस्थ समुदाय चित्रगुप्त पुजाके एकदिन अपन कलमके बिराम दैत अछि ।
अहिदिन कायस्थ समुदाय अपन कलमके धो–पखारिक श्रद्धापुर्वक पुजा पाठ करैत बिराम दैत अछि ।