–नवीन कर्ण
११ चैत २०७७,विराटनगरस्थित बिराट राजाके प्राचीन दरबारके जियो फिजिक सर्वे कएलगेल अछि । भू–भौतिक कहलजाएबला ओहि सर्वेसँ दरबारस्थलके धर्तीके निच्चा रहल भग्नावशेष आ वस्तुसबहक यथार्थ विवरण स्पष्ट भसकत ।
दुराम युनिभर्सिटी लंदनके २ गोटे जिओलोजिष्ट र अर्कियोलोजिष्टसब प्रदेश एकके राजधानी विराटनगरमे रहल ऐतिहासिक आ प्राचीन बिराट राजा दरबार क्षेत्रके भूभौतिक सर्वे कएने अछि । विराटनगर महानगरपालिकाके पहल आ पूरातत्व विभागके समन्वय पश्चात चैत १० गते २ गोटे बिदेशी विज्ञसब दरबार क्षेत्रके सर्वे कएने अछि । दुराम युनिर्भसिटि यूकेके जिओलोजिष्ट डाक्टर मार्क मैनुअल आ आर्कियोलोजिष्ट डंकन हेले अत्याधुनिक उपकरण प्रयोग कक दरबारक्षेत्रके सर्वे कएनेछथि । सेटलाइटसँग सम्पर्कमे रहल उपकरण प्रयोग कक कएलगेल सर्वेसँ जमिन निच्चाके ३ मिटर भितरतकके भौतिक ढाँचा आ वस्तुसबहक उपस्थिति पता लागत पुरातत्व विभागके अधिकृत विष्णु पाठक बतौनेछथि । अहिसँ पहिने २०२६÷२७ सालदिस ओहि ठाँओंमे पुरातत्व विभागद्वारा उत्खनन् कएलापर किछु संरचनासब देखारमे आएल बतबैत ओ थप पुष्टिकेलेल भुभौतिक सर्वे कएलगेल जानकारी देनेछथि ।
दुराम युनिर्भसिटि यूकेके आर्कियोलोजिष्ट डंकन हेले मैथिली न्यूजसंग बात करैत जियोफिजिक सर्वेके क्रममें दरबार क्षेत्रके धरातलके डिजिटली नापजाँच कएलगेल बतौने छथि । सर्वेके क्रममें संकलन कएलगेल डाटाके बिश्लेषण पश्चात धर्ती निच्चाके ढाँचासबहक बास्तविक तथ्य पत्ता लागत ओ जानकारी देनेछथि ।
विराटराजाके प्राचीन दरबार रहल ओहिक्षेत्रके पर्यटकीय क्षेत्रके रुपमें विकास करलेल महानगरपालिका अहिसँ पहिनहि गुरुयोजना तयार करके काम सम्बन्धित विज्ञसबके जिम्मा लगाचुकल अछि । महाभारतकालमे पाण्डवसबद्वारा एकवर्षके गुप्तबास रहल अएलासँ सेहो अहि ठाँमके बिकास भसकलापर भारी संख्याके पर्यटकसबके ध्यानाकृष्ट होएत महानगरपालिकाके पुनमकुमार दाहाल बतौनेछथि ।
युनेस्कोके प्रोजेक्ट मार्फत नेपालक विभिन्न ऐतिहासिक ठाँमसबके बिश्लेषण करआएल प्राबिधिकसबहक टोलीके समन्वय कक दरबारके सर्वे करलेल आनलगेल विराट राजा दरबार निर्माण समितिके संयोजक सुरेन्द्र गोल्छा बतौनेछथि । सर्वेके रिपोर्ट अएलाबाद पुरातत्व विभागके उत्खननके आग्रह कएलजाएत बतबैत ओ दरबारक्षेत्रमें संरचना रहल पुष्टि भेलाबाद अगलबगलके क्षेत्रसबमें सेहो सर्वे कराएलजाएत बतौनेछथि ।
साबिकके बुधनगर गाउँ विकास समिति आ हालके विराटनगर १८ के ओहिक्षेत्रमा अहिसँ पहिनहिसँ पुरातात्विक महत्वके सामग्रीसब भेटैत आएल दरबार संरक्षण समितिके अध्यक्ष कमलकिशोर यादव बतौनेछथि । भेटल कतेको सामाग्रि राष्ट्रिय संंग्रहालयमे आ किछु सामग्रि अपनालग सुरक्षित रहल ओ बतौनेछथि । विज्ञसबहक टोली जियो फिजिक सर्वेके रिपोर्ट तीन महिना भितर आएत बतएने अछि ।
प्राचीन बिराट राजा दरबारके जियोफिजिक सर्वे
