विराटनगर २२ फागुन । किछु समय एम्हर उपभोग्य बस्तुमें भेल मूल्य वृद्धिके मुख्य कारण अन्तर्राष्ट्रिय परिवेश रहल मोरङक उद्योगी व्यवसायीसब बतौने अछि ।
रुस–युक्रेनके युद्धक कारण महँगी वृद्धि भेलोपर तेकर दोष उद्योगी व्यवसायीके थोपलजारहल उद्योगीसबहक उलहन अछि । अओर महँगी बढ्एके सम्भावना रहलासँ मूल्यवृद्धि नियन्त्रण हेतु समय रहिते ठोस नीति आनलेल उद्योगी ब्यवसायी सरकारके सुझाव देने अछि । मोरङ व्यापार संघ रबिदिन ‘महँगीको मार, सरकार बनौं जिम्मेवार’ नारासहित पत्रकार सम्मेलनके आयोजना कएलक ।
ऋणके उपलब्धतामे कमि तथा युक्रेन–रुसके युद्धके कारण अन्तर्राष्ट्रियस्तरमें पेट्रोलियम पदार्थसहित कच्चापदार्थके मूल्यवृद्धि भेलासँ उपभोक्तासँग प्रत्यक्ष सरोकार रहल खाद्यान्न तथा निर्माणलगायतक सब वस्तुके मूल्यवृद्धि भेल उद्योगी व्यवसायीसब बतौने अछि । मोरङ व्यापार संघके पूर्वअध्यक्ष महेश जाजु, मूल्यवृद्धिमें उद्योगी व्यवसायीके कोनो दोष नैरहल दाबी कएनेछलथि । अन्तर्राष्ट्रिय बजारमें ६ महिना पहिनहिसँ मूल्यवृद्धि होइत अएलामें हाल आबिक युद्धके कारण आओर तीव्र भेल हुनकर कहब छल ।
मूल्यवृद्धिके कारक व्यापारीके चित्रित कएलजारहलोपर वास्तविकता तेहन नैरहल संघक निर्वतमान अध्यक्ष प्रकाश मुन्दडा बतौनेछथि । राज्यके नीति अनुत्पादक क्षेत्रके प्रश्रय दैत आएल तथा ताजा अन्तर्राष्ट्रिय अवस्थाके कारण मँहगी बढल हुनकर कहब छल । पेट्रोलियम पदार्थमें भेल मूल्यवृद्धिसँ ढुवानीसहित आन बहुतो क्षेत्र प्रभावित भेलासँ महँगी बढल उद्योगी व्यवसायीसब बतौने अछि । संघक पूर्वअध्यक्ष ताराचन्द खेतान, किछु समय पहिनेतक कोरोनाके कारण सुस्त रहल बजार वर्तमान अन्तर्राष्ट्रिय अवस्थाके कारण थप संकटग्रस्त भेल बतौलनि । एहन अवस्थाके नियन्त्रणमें राखएहेतु सरकारके थप संवेदनशील भेनाई आवश्यक रहल हुनकर कहब छल ।
संघक अध्यक्ष नवीन रिजाल, अन्तर्राष्ट्रिय बजारके अवस्था अस्थिर होइत रहैत अछि मुदा सरकारके नीति लम्बा समयतक एके समान रहैत अएलासँ अवस्थामें जटिलता उत्पन्न भेल बतौलनि । कच्चा पदार्थके आयात मूल्यमें लागएबला सरकारी करमें छुट दक अवस्थाके सहजीकरण कएलजासकैत अछि हुनकर कहब छल । मोरङ व्यापार संघ, मूल्य वृद्धिके नियन्त्रणमें राखहेतु अवलम्ब कएलजाएबला १० बुँदाके सुझाव सेहो सरकारके देने अछि ।
जाहिअनुसार बजेट भाषणमार्फत भन्सार शुल्क निर्धारण करएके परिपाटी अन्त करैत महँगीके ध्यानमें राखिक आवश्यक रहल समयपर भन्सार महसुल घटबढ करवाक व्यवस्था कएलजेवाक सुझाव देने अछि । तहिना सरकारद्वारा खाद्य संस्थान, साल्ट ट्रेडिङ, नेश्नल ट्रेडिङ जेहन सरकारी निकायमार्फत खाद्य वस्तुके अतिरिक्त स्टक राखके व्यवस्था, स्वदेशी उद्योग आ कृषकके संरक्षणलेल कर्जामें अधिकतम ५ सँ ७ प्रतिशत ब्याजदर निर्धारण, स्वदेशी आत्मनिर्भरता बढाएजेवाक, बैंकद्वारा स्वदेशी उद्योग आ कृषकके सहुलियत दरमें प्राथमिकताक संग ऋण उपलब्ध करएबाक सुझाव देलगेल अछि । तहिना उत्पादकत्व बढएबालेल आवश्यक रणनीति आनके तथा स्वदेशी उद्योग प्रवद्र्धन तथा आयात प्रतिस्थापन हेतु बिशेष नीति आनलेल उद्योगीसब सरकारके सुझाव देने अछि ।
उद्योगकेलेल ५० प्रतिशत छुट आ कृषकहेतु निशुल्क विद्युत उपलब्ध कराबके,खाद्य सामान,औद्योगिक कच्चा पदार्थ आ तैयारी बस्तुके ढुवानी लागत घटाबलेल डिजलमें करके दायरा घटाबके तथा नीति निर्माण केनिहार सरकार आ नीति पालना करएनिहार राष्ट्र सेवक कर्मचारीके जनतासबहक समस्याप्रति संवेदनशील एवं उत्तरदायी होबबला नीति आनलेल संघद्वारा प्रस्तुत कएलगेल सुझावमें समावेश अछि ।