विराटनगर ८ फागुन । विराटनगरस्थित आरोहण गुरुकुलके काव्यरोहणअन्तर्गत आठमं शृंखलामे कवि सुमन पोखरेल प्रस्तुत भेल छथि । आरोहण गुरुकुलके सुशीला कोइराला नाटकघरमे शनिदिन आयोजित कार्यक्रममे कवि पोखरेल विभिन्न शीर्षकके डेढ दर्जन कविता प्रस्तुत कयने छलथि ।
ओ ‘आकाशबाट’, ‘भोकाएको मन’, ‘जहाँ शून्यताले आकार बुन्छ’, ‘दुवै निद्रा आइपर्दा’, ‘हरेक बिहान’, ‘नदी बोक्ने गाउँमा’ ‘आर्यघाटमा केही लेखिरहेको छैन’, ‘खोरम्पा’, ‘रुख’ शीर्षकके कविता प्रस्तुत कयलथि । तहिना कवि पोखरेल ‘कविता फुरिरहेको छैन’, ‘तिमी जसरी छ्यौ’, ‘क्षितिजको रङ्ग’, ‘विदा हुँदाहुँदै’, ‘कमैया बस्तीमा’, ‘रहर’, ‘वर्षातमा बुद्धको मूर्ति सामु’, ‘हाटमा उभिएर’, ‘कार्यालय’, ‘यो सहर कसको हो ?’, स्वभक्षणको हक’, सपना नदेखूँ’, ‘व्यस्तता’ आ ‘मसँग एउटा जिन्दगी छ’ लगायतक शीर्षकके कविता प्रस्तुत कयने छलथि । तहिना ‘बिदा हुन्न’ शीर्षकके कविता वाचन कक ओ कार्यक्रमके समापन कयने छलथि ।
पोखरेलके ‘शून्य मुटुको धड्कनभित्र’ आ ‘जीवनके छेउबाट’ दु टा कवितासंग्रह, ‘हजार आँखा यी आँखामा’ आ ‘मलाई जिन्दगी नै दुख्दछ’ दु टा गीतसंग्रह आ ‘सौन्दर्य संगीत’ गजलसंग्रह प्रकाशित अछि । अहि बाहेक कवि पोखरेलद्वारा सम्पादन कयलगेल किताब सेहो प्रकाशित अछि ।
अहिसँ पहिने आरोहण गुरुकुलके काव्यरोहणमे वरिष्ठ कवि बैरागी काइँला, तुलसी दिवस, बम देवान, मोमिला, मनप्रसाद सुब्बा, तीर्थ श्रेष्ठ आ कुन्ता शर्मा प्रस्तुत भचुकल छथि ।