विराटनगर । थारु कल्याणकारिणी सभा प्रदेश एकके नाम ‘थरुहट प्रदेश’ नामाङ्कण करएके मांग कएने अछि ।
थारु कल्याणकारिणी सभा प्रदेश एकके सभामुखके ओहि बिषयके ज्ञापनपत्र देने अछि ।

सभाके मोरङ,सुनसरी,झापा आ उदयपुर जिल्ला समितिसब रबिदिन संंयुक्तरुपमें सभामुखके ओहि बिषयके ज्ञापनपत्र देने अछि । प्रदेशसभा कार्यालय पहुँचल प्रतिनिधिसब प्रदेश एकके सभामुख प्रदीपकुमार भण्डारीके ज्ञापन देने अछि ।

सभामुखके कार्यकक्षमें ज्ञापनपत्र वाचन करैत थारु कल्याणकारिणी सभाके सुनसरी अध्यक्ष सुरेन्द्रकुमार चौधरी नेपालमें अन्तरिम संविधान २०६३ जारी भेलापश्चात समानुपातिक,सहभागितामुलक लोकतन्त्रके अभ्यासके देश अंगिकार कएलोपर थारु समुदायके मांगसबके उपेक्षा कएलजारहल बतौनेछलथि ।

थारु समुदाय अपन मागमुद्धा सम्बोधनहेतु विभिन्न कालमें आन्दोलन कएलक आ ओहि बिषयमें सम्झौतासब सेहो भेल मुदा ओहि मांगसबके पुरा नै कएलगेल सभामुखके देलगेल ज्ञापनपत्रमें उल्लेख अछि । तहिना नेपालके संविधान २०७२ जारी भेलाएम्हर थारु समुदाय आओर उपेक्षित भरहल ज्ञापनपत्रमें लिखल अछि ।

थारुसब बिगतेसँ अपन पहिचान सहितके कलष्टरमें रहएलेल थरुहट राज्यके मांग करैत अएलोपर थारुसंग कुठाराघात कक थारु बिरोधी बहुपहिचान काटिक संघिय प्रदेश बनाएलगेल ज्ञापनपत्रमें उल्लेख अछि । बिगतमें नेपाल सरकार आ थारु संयुक्त संघर्ष समितिबिच भेल सम्झौताके आधार मानिक १ नम्बर प्रदेशके नाम ‘थरुहट प्रदेश’ नामाङ्कण करएलेल सभा मांग कएने अछि ।

थारु कल्याणकारिणी सभाके प्रतिनिधिसबसंग ज्ञापनपत्र ग्रहण करैत सभामुख भण्डारी नामाङ्कणके बिषयमें होबएबला सर्वदलिय छलफलसबमें ओहि बिषयमें सहजिकरण कदेवाक प्रतिबद्धता ब्यक्त कएनेछलथि ।

कार्यक्रममें थारु कल्याणकारिणी सभा मोरङके सभापति प्रदिपकुमार भगत तथा मोरङ,सुनसरी आ झापाके प्रतिनिधि सहित थारु समुदायके अगुवा आ समाजसेवी सबहक सहभागिता छल ।

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