विराटनगर ८ बैशाख । मैथिलीके सुप्रसिद्ध कथाकार रा.ना.सुधाकरके ‘दीयरि’ कथा संग्रह विमोचन होमएजारहल अछि ।
कथाकार सुधाकर लिखित मैथिली भाषाके २० टा कथा समेटलगेल उक्त संग्रह मिथिलेश्वरी मिडिया प्रा.लि. प्रकाशित करहल अछि । आगामी बैशाख १६ गते विराटनगरमें साहित्यकार, तथा कलाकर्मीसबहक उपस्थितिमें संग्रह विमोचनके तैयारी कएलगेल अछि । कथा संग्रहके कर्ण संजय सम्पादन कएनेछथि ।
मैथिली भाषाके विद्धानसबसँ नेपालक सर्वश्रेष्ठ मैथिली कथाकारके उपमा हासिल केनिहार सुधाकरके पहिल कृतिकेरुपमें इ संग्रह प्रकाशन होमलागल अछि । सुधाकरके अनगिन्ती रचनासब नेपाल तथा भारतके प्रतिष्ठित पत्रपत्रिकासबमें प्रकाशन भेलोपर एखनिधरि संग्रहकेरुपमें प्रकाशन नैभसकल छल ।
साहित्यकार सुधाकरके नाम कथा साहित्यके साथे कविता आ गीत लेखनमें सेहो मैथिली साहित्यमें अग्रणी नामसब मध्यक एक अछि । प्रकाशनोन्मुख संग्रहके शिर्षक कथा ‘दीयरि’ त्रिभुवन विश्वविद्यालयके स्नातक तहके मैथिली संकायके पाठ्यक्रममें सेहो समावेश रहल कथा अछि ।
‘दीयरि’ कथा संग्रह अहिसँ पहिनहि ‘नेपाल विद्यापति मैथिली पाण्डूलिपि पुरस्कार २०६९’ सँ पुरस्कृत भचुकल अछि । मौलिक कथा शिल्प तथा कृतिसबहक बिशिष्ठतासँ सुधाकरके नाम अग्रणी स्थानमें रहलोपर एखनिधरि हुनक कोनो संग्रह प्रकाशन नैभसकल अवस्थाके बोध कक मिथिलेश्वरी मिडिया प्रालि कथा संग्रह प्रकाशन करएलागल अध्यक्ष नवीन कर्ण बतौनेछथि ।
प्रकाशनोन्मुख कथा संग्रहमें शिर्षक कथा ‘दीयरि’ के साथे ‘थकुचल मासुक बुट्टी’, ‘रामपरी’,चान अशोथकित अछि’, ‘छाहरि तर’क काँट’, ‘घरमुहाँ’, ‘नुक्का चोरी’, ‘अस्तित्व’, ‘चिल्होडि उडि रहल अछि’, ‘खुट्टी पर टाँगल ब्रा’, ‘संधि’, ‘कर्जखोर’, ‘छागर’,‘झखड़ल फूलक गाछ’, ‘सुनगैत करेज’, ‘परिवेश’, ‘स्वप्न भंग’, ‘उपहार’,‘खण्डित लोक’ आ ‘प्रदक्षिणा’ शिर्षकके कथासब समेटलगेल अछि ।
इ कथासब समावेश कक पहिल कथा संग्रह विमोचनके क्रममें रहलोपर सुधाकरके आन ८ टा साहित्यिक कृतिसब एखनो अप्रकाशित अछि । हुनक अप्रकाशित आन कृतिसबमें मैथिली कथा संग्रह ‘विकल्प’ रहल अछि । ३ कविता संग्रहसब ‘अच्छत’, ‘धरोहर’, आ ‘प्रेमपत्र’ तथा गीत संग्रह ‘सयपत्री’, ‘कब–कब’ के साथे गीतगजल ‘कागजके फुल’ आ ‘हीरा मोती’ शिर्षकके साहित्यिक संग्रहसब प्रकाशनके प्रतिक्षामें अछि ।
एकर अतिरिक्त हुनक आन बहुतो फुटकर साहित्यिक रचनासब सेहो अप्रकाशित अवस्थामें अछि । रा.ना.सुधाकरके उपनामसँ साहित्यिक रचना केनिहार हिनक पुरा नाम रामनारायण सुधाकर अछि । विरगंजके कलैया,मल्हनीमें विक्रम सम्बत २००२ में जन्म लेनिहार सुधाकरके हालक स्थायी ठेगाना विराटनगर १४ के भगवती टोल अछि ।
२०२८ सालसँ ओ साहित्य साधनामें समर्पित भेल बताओलगेल अछि । विराटनगरके महेन्द्र मोरङ कलेजसँ २०२८ सालमें ओ कलेजके अध्ययन पुरा कएने छलथि ।
एखनिधरि सुधाकर नेपाल विद्यापति मैथिली पाण्डूलिपि पुरस्कार,आठम अन्र्तराष्ट्रिय मैथिली सम्मेलन,मैथिली विकास अभियान,श्याम–कला मैथिली सेवा पुरस्कार,सामाजिक महिला उत्थान समुह आ सामाजिक विकास मन्त्रालय प्रदेश–१ सँ सम्मान तथा पुरस्कारसब हासिल कचुकल छथि ।